Class 9 hindi kritika chapter 1 question answer

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कक्षा 9 हिंदी कृतिका, अध्याय 1 (“इस जल प्रलय में”) के प्रश्न और उत्तर

उत्तर:
अध्याय “इस जल प्रलय में” के मुख्य विचार और भावनाओं को समझने के लिए नीचे दिए गए प्रश्न और उत्तर तैयार किए गए हैं। ये उत्तर विद्यार्थियों को कहानी को गहराई से समझने में मदद करेंगे।


  1. लेखक ने ‘इस जल प्रलय में’ शीर्षक क्यों चुना?

    उत्तर: इस कहानी में एक बहुत बड़े बाढ़ की घटना का वर्णन है, जिसमें लेखक के अनुभव और भावनाएं संपूर्ण रूप से जल प्रलय की स्थिति का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस घटना ने न केवल प्राकृतिक विनाश को दर्शाया है, बल्कि मानवीय संवेदनाएं और संघर्ष भी उजागर किए हैं। इसलिए, ‘इस जल प्रलय में’ शीर्षक उपयुक्त है क्योंकि यह कहानी के केंद्रीय घटना और भावनाओं का सटीक प्रतिनिधित्व करता है।

  2. बाढ़ के दौरान लेखक की व्यक्तिगत और सामाजिक जिम्मेदारियों का अनुभव कैसा था?

    उत्तर: बाढ़ के दौरान लेखक ने देखा कि कैसे सामान्य जीवन बाधित हो जाता है और लोग अपने परिवार, दोस्त, और समाज के अन्य सदस्यों की सुरक्षा के लिए चिंतित हो जाते हैं। व्यक्तिगत रूप से, लेखक ने अपने प्रियजनों की सुरक्षा की चिंता की और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का प्रयास किया। वहीं, सामाजिक जिम्मेदारियों के तहत, उन्होंने दूसरों की मदद करने, उन्हें साहस देने और सामूहिक प्रयासों में सहयोग करने का अनुभव किया।

  3. कहानी में लेखक की संवेदनशीलता कैसे प्रकट होती है?

    उत्तर: लेखक की संवेदनशीलता कई स्थलों पर प्रकट होती है। उन्होंने अपने आसपास की घटनाओं और लोगों की दुर्दशा को गहराई से महसूस किया। लेखक के विवरण में जल प्रलय से उत्पन्न त्रासदी के प्रति उनकी गहरी संवेदनशीलता और करुणा स्पष्ट होती है। उनकी लेखनी में मानवीय भावनाओं का सूक्ष्म चित्रण है, जैसे वे अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चितित हैं, और दूसरों की मदद करते समय उनकी सहानुभूति साफ झलकती है।

  4. बाढ़ के दौरान लोगों के व्यवहार का विश्लेषण लेखक ने कैसे किया है?

    उत्तर: बाढ़ के दौरान, लेखक ने विभिन्न प्रकार के मानव व्यवहार का विशद चित्रण किया है। कुछ लोग अपनी स्वयं की बचत की चिंता में लगे थे, तो कुछ ने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की मदद की। लेखक ने देखा कि विपरीत परिस्थितियों में भी कुछ लोग मानवता और सहानुभूति का प्रदर्शन करते हैं, जबकि कुछ का स्वार्थपूर्ण व्यवहार भी उजागर होता है।

  5. लेखक के जीवन पर इस त्रासदी का क्या प्रभाव पड़ा?

    उत्तर: इस त्रासदी ने लेखक के जीवन और सोच पर गहरा प्रभाव डाला। यह घटना उनकी भावनाओं और संवेदनाओं को प्रभावित करती है और उन्हें मानवीय मूल्यों और सामाजिक उत्तरदायित्वों के बारे में अधिक संवेदनशील बनाती है। इसे सहते हुए उन्होंने समाज के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझा और उनकी लेखनी में एक नई परिपक्वता आई।


निष्कर्ष:
“इस जल प्रलय में” एक संवेदनशील और विचार-provoking कहानी है, जो प्राकृतिक आपदाओं के समय में मानवता के विभिन्न पहलुओं काचित्रण करती है। इन प्रश्नों के उत्तर छात्रों को न केवल कहानी समझने में मदद करेंगे, बल्कि उनकी लेखनी और संवेदनशीलता को भी विकसित करेंगे।